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बचपन से लिखने का शौक हैं कभी-कभी सोचकर लिखता हूँ तो कभी-कभी सब्द खुद ही जहन में आकर लिखने को मजबूर करते हैं

Friday 3 February 2012

मैं और मेरा शायराना अंदाज (१ )

1- अर्ज किया हैं मेरे हालात कुछ ऐसे हैं की बया नहीं कर सकता
किया हैं जिससे मोहब्त उसे अपना नहीं सकता
मेरे हालात कुछ ऐसे हैं की बया नहीं कर सकता
पाकर भी उसको पा नहीं सकता मेरे हालात कुछ ऐसे हैं की
बया नहीं सकता
2-कल हम नहीं सिर्फ हमारी यादे होंगी
खोजोगे मुझको पर जाने हम कहा होंगे

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