क्या हम मजबूर हैं
या फिर हम्ने मज़बूरी को
अपना बहाना बना लिया हैं
क्या हम मजबूर हैं
या फिर हम्ने मज़बूरी को
दूसरों के नजर में अच्छा
बनने का रास्ता बना लिया हैं
क्या हम मजबूर हैं
या फिर हम्ने मज़बूरी को
काम से बचने का जरिया बना लिया हैं
क्या हम मजबूर हैं
या फिर हम्ने मज़बूरी को
अपना दिखावा बना लिया हैं
क्या हम मजबूर हैं
या फिर हम्ने मज़बूरी को
अपनी नाकामी का नाम दे दिया हैं
क्या हम मजबूर हैं
या फिर हम्ने मज़बूरी को
अपनी साधनों का अभाव मान लिया हैं
क्या हम मजबूर हैं
या फिर हम्ने मज़बूरी को
अपना बहाना बना लिया हैं
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